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Author: Umesh Pant

उमेश पंत जाने माने हिंदी लेखक और ट्रैवल जर्नलिस्ट हैं। उनकी लिखी यात्रा वृत्तांत आधारित पुस्तकें खासी लोकप्रिय हैं। फ़िल्मों में उनकी गहरी रुचि है। वो फ़िल्मालय के संस्थापक-संपादक हैं, साथ ही अपनी और अन्य यात्रियों की यात्राओं को दर्ज करने के लिए यात्राकार नाम से पोर्टल का भी संपादन करते हैं।
इंडियन मूवीज़

एक ईमानदारी से बोले गये झूठ की ‘कहानी’

कहानी के ट्रेलर देखकर लग रहा था कि कोई रोने धोने वाली फिल्म होगी… जिसमें शायद कलकत्ते को लेकर नौस्टेल्जिया…

byUmesh Pant
इंडियन मूवीज़

हमारे सिनेमा को जरुरत है पान सिंह तोमर जैसे बागियों की

बीहड़ में बागी होते हैं… डकैत मिलते हैं पार्लामेन्ट में….  पान सिंह तोमर का ये डायलौग फेसबुक की दीवारों पे…

byUmesh Pant
ब्लू वैलेन्टाईन: एक खूबसूरत तनाव
फ़ॉरेन मूवीज़

ब्लू वैलेन्टाईन: एक खूबसूरत तनाव

“You got to be careful that person you fall in love is worth it to you” “How can you trust…

byUmesh Pant
इंडियन मूवीज़

नादान परिंदे घर आजा…..

कुछ दिन पहले भवन्स कौलेज में रौकस्टार के प्रोमोशन का लाईव शो देखते हुए कई सारे टैक्निकल एरर हुए तो…

byUmesh Pant
इंडियन मूवीज़

दांये या बांये देखने के बाद

यहां मुम्बई में बैठे दायें या बायें देखते हुए एक कार थी जो पहाड़ के एक गांव कांडा के कलाकेन्द्र…

byUmesh Pant
ब्लू वेल्वेट- माने मखमल के उस पार
फ़ॉरेन मूवीज़

ब्लू वेल्वेट- माने मखमल के उस पार

परसों रात दो बजे जब फाईनली डिसाईड हो गया कि आज नीद नहीं ही आयेगी तो अपने फिल्मों के कलेक्शन…

byUmesh Pant
ब्लैक स्वान को देखकर
फ़ॉरेन मूवीज़

ब्लैक स्वान को देखकर

हमारा अपना काल्पनिक मानसिक संसार जब हमारी जिन्दगी में शामिल होने लगता है तो हमारा व्यवहार उसे ज़ाहिर कर देता…

byUmesh Pant
इंडियन मूवीज़

ये साली…. अच्छी थी

इन्टयूशन था कि साली अच्छी होगी। कई इन्टयूशन सच निकलते हैं। इस बार यही हुआ। ये साली जिन्दगी कुलमिलाकर एक…

byUmesh Pant
फ़ॉरेन मूवीज़

रेत और रोमान पोलान्सकी

बीते साल की आंखिरी सांसों के इर्द गिर्द महज महीना पुरानी बेरोजगारी की एक हल्की सी बू थी। रिज्यूमे को…

byUmesh Pant
फ़िल्म फ़ेस्टिवल

सिने सफर मुख्तसर -भाग 2

बहसतलब का आज दूसरा दिन था। आज बात होनी थी हिन्दी सिनेमा और बाजार पर। कार्यक्रम के संचालन की बागडोर…

byUmesh Pant

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फिल्मालय क्या है?

फिल्मालय उमेश पंत का ब्लॉग है जो सिनेमा और अन्य दृश्य माध्यमों के लिए उनके पैशन का नतीजा है। यहाँ आप देश, विदेश की फ़िल्मों, शॉर्ट फ़िल्म, डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म और सीरीज़ आदि के बारे में पढ़ सकते हैं।  उनकी समीक्षा और विस्तृत टिप्पणी यहाँ आपको पढ़ने को मिलेगी। आइए फ़िल्मों के इस आशियाने में आपका स्वागत है।

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