एक ‘क्वीन’का आज़ाद होना – Queen movie review
कंगना राणावत (Kangna Ranaut) अभिनीत फ़िल्म क्वीन (Queen movie review) दिल्ली से शुरू होती है। दिल्ली में कॉलेज आने जाने…
कंगना राणावत (Kangna Ranaut) अभिनीत फ़िल्म क्वीन (Queen movie review) दिल्ली से शुरू होती है। दिल्ली में कॉलेज आने जाने…
शिप ऑफ थीसियस फ़िल्म (Ship of theseus) देखी तो सोचा कि एक शहर के रुप में मुम्बई की आईरनी यही…
मूलतः गाँव कनेक्शन के लिए लिए गए इस साक्षात्कार को यहां भी पढ़ा जा सकता है. भारतीय सिनेमा में गाँव…
बर्फी (Barfi Movie review) एक कविता सी फ़िल्म है जो परदे से गुजरती आपके दिल में घट जाती है। आपके…
कहानी के ट्रेलर देखकर लग रहा था कि कोई रोने धोने वाली फिल्म होगी… जिसमें शायद कलकत्ते को लेकर नौस्टेल्जिया…
बीहड़ में बागी होते हैं… डकैत मिलते हैं पार्लामेन्ट में…. पान सिंह तोमर का ये डायलौग फेसबुक की दीवारों पे…
कुछ दिन पहले भवन्स कौलेज में रौकस्टार के प्रोमोशन का लाईव शो देखते हुए कई सारे टैक्निकल एरर हुए तो…
यहां मुम्बई में बैठे दायें या बायें देखते हुए एक कार थी जो पहाड़ के एक गांव कांडा के कलाकेन्द्र…
इन्टयूशन था कि साली अच्छी होगी। कई इन्टयूशन सच निकलते हैं। इस बार यही हुआ। ये साली जिन्दगी कुलमिलाकर एक…
लव, सेक्स और धोखा (Love sex aur dhokha movie)। इन तीनों में से कोई भी शब्द हाईपोथैटिकल और नया नहीं…