Last Updated on: 10th July 2025, 05:57 pm
जुलाई 2025: भारतीय सिनेमा के महान फ़िल्मकार गुरु दत्त की शताब्दी वर्ष के मौक़े पर फ़िल्म प्रेमियों के लिए एक ख़ास तोहफ़ा तैयार है। अल्ट्रा मीडिया एंड एंटरटेनमेंट 8 से 10 अगस्त तक देशभर के सिनेमाघरों में गुरु दत्त की कालजयी फिल्मों का एक विशेष रेट्रोस्पेक्टिव आयोजित कर रहा है।
इस मौके पर दर्शकों को गुरु दत्त की क्लासिक फ़िल्म ‘प्यासा’ के साथ-साथ ‘आर पार’, ‘चौदहवीं का चाँद’, ‘मिस्टर एंड मिसेज़ 55’ और ‘बाज़’ जैसी फ़िल्में देखने को मिलेंगी। इन फिल्मों के 4K रीस्टोर्ड वर्ज़न तैयार किए गए हैं जिनका लुत्फ़ दर्शक ले सकते हैं। इस आयोजन का मक़सद नई पीढ़ी के दर्शकों को गुरु दत्त की सिनेमाई प्रतिभा से रूबरू कराना है। इसी वजह से इन फ़िल्मों को एक बार फिर बड़े पर्दे पर दिखाया जा रहा है।
मुंबई की अल्ट्रा मीडिया एंड एंटरटेनमेंट 8 से 10 अगस्त 2025 तक पूरे भारत के सिनेमाघरों में गुरु दत्त की इन फिल्मों का खास प्रदर्शन करने जा रही है।
इन फिल्मों का यह रीस्टोरेशन NFDC-NFAI द्वारा किया गया है। ऐसा करने के पीछे अहम वजह यह है कि गुरु दत्त के सिनेमा में मौजूद कवितामय सौन्दर्य को ख़ूबसूरती से उकेरा जा सके। साथ ही जितने भावपूर्ण तरीके से गुरु दत्त अपनी फ़िल्मों के ज़रिए कहानियों को दर्शकों तक पहुँचाते थे उस अनूठी कला को आने वाले समय के लिए सुरक्षित रखा जा सके।
फ़िलहाल अल्ट्रा मीडिया एंड एंटरटेनमेंट प्रा. लि. के पास इन फ़िल्मों के अधिकार सुरक्षित हैं। कंपनी के एमडी और सीईओ सुशील कुमार अग्रवाल ने इस ख़ास मौक़े पर ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा,
“गुरु दत्त की फिल्में कालातीत कृतियाँ हैं जिन्होंने कई पीढ़ियों के फ़िल्मकारों और दर्शकों को प्रभावित किया है। हमें गर्व है कि हम इन क्लासिक्स को रीस्टोर्ड स्वरूप में प्रस्तुत कर रहे हैं, जिससे पुराने प्रशंसक और नए दर्शक दोनों इस जादू को बड़े पर्दे पर फिर से महसूस कर सकें।”
भारत ही बल्कि दुनिया भर के सिनेप्रेमी गुरु दत्त को उनकी फ़िल्मों के लिए आज भी याद करते हैं। उनकी फ़िल्मों को बाक़ायदा फ़िल्म इस्टिट्यूट्स में फ़िल्म मेकिंग के पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाता है। इस लिहाज़ से भी यह न केवल देश-दुनिया फ़िल्म प्रेमियों बल्कि फ़िल्म जगत से जुड़े मौजूदा और भावी मेकर्स के लिए भी यह एक अच्छा अवसर है।
NFDC के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रकाश मगदुम, ने बताया कि यह आयोजन सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार की पहल पर किया जा रहा है। उन्होंने बताया,
“गुरु दत्त की फिल्मों का रीस्टोरेशन केवल पुरानी रीलों को जीवित करने के लिए नहीं है, बल्कि यह एक अनमोल विरासत को संजो कर रखने का काम है। यह एक ऐसी विरासत है जिसमें भारतीय सिनेमा की आत्मा बसती है। यह पहल – नेशनल फ़िल्म हेरिटेज मिशन – के तहत की जा रही है, ताकि गुरु दत्त के अनूठे सिनेमाई नजरिये को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाया जा सके।”
अल्ट्रा मीडिया द्वारा विशेष रूप से क्यूरेट किया गया यह शताब्दी रेट्रोस्पेक्टिव, गुरु दत्त को श्रद्धांजलि है और सिनेप्रेमियों के लिए उनकी कालजयी कहानी कहने की कला और सौंदर्यपूर्ण दृष्टि को दोबारा महसूस करने का दुर्लभ अवसर भी।