Last Updated on: 30th June 2025, 01:06 pm
सोने जा ही रहा था कि एक सूचना मिली। सूचना बड़ी अच्दी लगी तो सोचा आपको बता ही डालूं। खरगोश को ओसियान के दर्शकों ने सबसे ज्यादा पसंद किया। ये तो पता ही था। लेकिन बात और साफ हो गई जब ओसियान के पुरस्कारों की घोषणा की गई।
औडियन्स पोल कैटेगरी में खरगोश ने बाजी मार ली। लौंग नाइट को बेस्ट फिल्म का ज्यूरी अवार्ड दिया गया। हातेम अली निर्देशित यह सीरियन फिल्म जेल में डाल दिये गये राजनैतिक व्यक्ति की कहानी है। ज्यूरी ने कहा कि ये दोनों ही फिल्में यथार्थ और कल्पना का एक गजब मेल करती हैं जिसका अपनी एक लयात्मक सुन्दरता है।
सौर्ट फिल्म कैटेगरी में ईरान के निर्देशक पनाह पनाही की द फस्र्ट फिल्म को सबसे बेहतर माना गया तो वहीं वीनूचोलीपराम्बिल की मराठी फिल्म विठठल को भी ज्यूरी ने सराहा।
एक और ईरानी फिल्म बिफोर द बरियल के लिए अलीरेजा अघाखानी और हेगर जवाहरियन को बेस्ट एक्टर कैटेगरी में सम्मानित किया गया। वैसे पंत को कोई गलती से पैंट कहे तो मुझे अब खास बुरा नहीं लगता और यही अपेक्षा दूसरों से भी रहती है।
क्योंकि यहां हर हाल मुमकिन है कि ये ईरान तूरान के नाम मैने अंग्रेजी से हिन्दी करते हुए गलत लिख डाले होंगे। खैर परेश कामदार साहब से फिल्म के बात काफी सारी बातें हुई। अब शायद वो जामिया भी आयें गेस्ट लेक्चर के लिए।
लेकिन मेरे पिछले पोस्ट में एक भारी गलती रह गई थी। खरगोश का जिक्र करते हुए प्रियंवद का जिक्र छूट गया था। उन्होंने ही खरगोश की कहानी और स्क्रीनप्ले लिखा था। तो पुरस्कार के लिए दोनों को बधाईयां दी जानी चाहिये। बधाई जी।