फ़िल्म फ़ेस्टिवलमुम्बई फिल्म फेस्टिवल- दूसरा और तीसरा दिनसुबह सुबह नीद खुली तो देर हो चुकी थी। साढ़े नौ बज चुके थे। रात को सोते वक्त सोचा था… byUmesh Pant
फ़िल्म फ़ेस्टिवलMumbai film festival Diary-1 : फिर आया मुंबई फिल्म फेस्टिवलMumbai Film festival नाम से एक जलसा मुम्बई में दस्तक देने वाला है। इस जलसे की उत्सवधर्मिता का स्वरूप बिल्कुल… byUmesh Pant
इंडियन मूवीज़Barfi movie – बर्फी के साथ- ‘चल भटक ले ना बांवरे’बर्फी (Barfi Movie review) एक कविता सी फ़िल्म है जो परदे से गुजरती आपके दिल में घट जाती है। आपके… byUmesh Pant
इंडियन मूवीज़एक ईमानदारी से बोले गये झूठ की ‘कहानी’ – Kahaani Movie‘कहानी’ (Kahaani Movie) के ट्रेलर देखकर लग रहा था कि कोई रोने धोने वाली फ़िल्म होगी, जिसमें शायद कलकत्ते को… byUmesh Pant
इंडियन मूवीज़हमारे सिनेमा को ज़रूरत है पान सिंह तोमर जैसे बागियों कीबीहड़ में बागी होते हैं, डकैत मिलते हैं पार्लामेन्ट में। पान सिंह तोमर (Paan Singh Tomar) का ये डायलॉग फ़ेसबुक की… byUmesh Pant
फ़ॉरेन मूवीज़पति-पत्नी के रिश्ते के बनने और बिगड़ने की कहानी – Blue ValentineBlue Valentine फ़िल्म में एक संवाद कुछ यूँ है। “You got to be careful that person you fall in love… byUmesh Pant
इंडियन मूवीज़इम्तियाज़ की ख़राब फ़िल्म जिसे रणबीर और रहमान ने संभाला – Rockstar Filmकुछ दिन पहले भवन्स कॉलेज में रॉकस्टार (Rockstar film) के प्रमोशन का लाइव शो देखते हुए कई सारे टैक्निकल एरर… byUmesh Pant
इंडियन मूवीज़दांये या बांये देखने के बादयहां मुम्बई में बैठे दायें या बायें देखते हुए एक कार थी जो पहाड़ के एक गांव कांडा के कलाकेन्द्र… byUmesh Pant
फ़ॉरेन मूवीज़ब्लू वेल्वेट- माने मखमल के उस पारएक उनींदी सी रात के दो बजे जब तय हो गया कि आज नींद नहीं ही आयेगी तो अपने फ़िल्मों… byUmesh Pant
फ़ॉरेन मूवीज़एक बैली डांसर के मानसिक फ़ितूर की कहानी – Black swan movieहमारा अपना काल्पनिक मानसिक संसार जब हमारी जिन्दगी में शामिल होने लगता है तो हमारा व्यवहार उसे ज़ाहिर कर देता… byUmesh Pant